कण कण में ईश्वर B 141
🚩 औघड़ वाणी 🚩
🌷आपके सामने से ही आपका देवता अनेकों बार रोज गुजर जाता है । भगवान सदाशिव, वह अक्षोभ्य अघोर भैरव बार-बार गुजरते हैं, वह शिव और पार्वती बार-बार गुजरते हैं आपके सामने से । आपको हर सुबह और हर शाम आपके बाल-बच्चे, परिवार और परिजन या आपके घर में जो जीव-जन्तु हैं उनसे तथ मिलने-जुलने वालों से आपको हरदम संकेत मिलता रहता है । मगर उनका संकेत सुनने-समझने के लिये आपके पास फुर्सत नहीं होती है । 🌷
🌿 अपने को खाली न रखकर आपने अपने अन्दर इतना कूड़ा-कर्कट इकट्ठा कर रखा है, आपके मस्तिष्क में इतना धूल-गुब्बार भरा हुआ है कि आप समझ नहीं पाते हैं । 🌿
🌷जय श्री कृष्ण🌷
. ......अघोर वचन शास्त्र ( पृ क्र 281 )
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