गुरु व भक्त B83
" भक्त और गुरु के बीच प्रेम और विश्वास का सम्बंध होता है " 🚩औघड़ वाणी 🚩
🔱🚩 संत - महात्माओं के किसी भी कार्य से समाज को कोई क्षति नहीं होती । साधु - संत तो सिर्फ मार्ग दिखाते हैं , उस पर चलना न चलना तो भक्तों पर निर्भर करता है । एक व्यक्ति के लिए कौन सा कार्य उचित है और कौन सा कार्य अनुचित है इस बात का ज्ञान मनुष्य को होता है ।
जो कार्य हमारे लिए , हमारे परिवार के लिए एवं हमारे देश के लिए उचित है उसे अवश्य करना चाहिये और जो कार्य हमारे लिए , हमारे परिवार के लिए एवं हमारे देश के लिए अनुचित है उसे कदापि नहीं करना चाहिए । चाहे तो इस कार्य को करने का आदेश आपके गुरु ही क्यों न दें । जिस कार्य को करने के लिए आपकी अन्तरात्मा रोके , ऐसे कार्य को न करना गुरु आदेश की अवहेलना न माना जायेगा ।
एक बार एक महात्मा ने भगवान बुद्ध के एक शिष्य से पूछा कि आप तो भगवान बुद्ध के सच्चे शिष्य हैं ,🌷 अगर वह आपको अपने देश पर आक्रमण करने की बात करें तो आप क्या करेंगे ? 🌷 इस पर वह शिष्य बोला कि उनकी आज्ञा का पालन कदापि नहीं करूँगा । क्योंकि ऐसा कार्य करने के लिए मेरी अन्तरात्मा मुझे कभी नहीं कहेगी । मेरे लिए मेरे देश के स्वाभिमान से बढ़ कर कुछ नहीं है 🌿 ।
इससे स्पष्ट होता है कि एक सच्चा संत आपको कभी भी अनुचित कार्य करने के लिए प्रेरित नहीं करेगा ।
जो व्यक्ति राष्ट्र के अहित के लिए अपने भक्तों को प्रेरित करे वह संत कैसे हो सकता है 🌼 संत तो सत्य की मार्ग पर चलना सिखाता है । असत्य के मार्ग पर न तो वह स्वयं चलता है और न ही दूसरों को चलने के लिए कहता है । इसलिए सच्चे संत के किसी भी कार्य से समाज को कोई हानि नहीं होती ।
भक्त और गुरु के बीच प्रेम और विश्वास का सम्बंध होता है । साधु - संतों को तो अपने भक्त ही सबसे प्रिय होते हैं । संत तो भक्तों के मन मे बसे भय व संदेह को दूर करते हैं । समाज मे सभी तरह के लोग हैं , जो गलत कार्य करते हैं ये उनका दुर्भाग्य है ।
शासन - प्रशासन के उच्च पदों पर बैठे जिम्मेदार लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके निर्णय से लाखों - करोड़ों लोगों का हित और अहित हो सकता है । मैं हमेशा ऐसे जिम्मेदार लोगों को यही संदेश देता हूँ कि तुम्हारे हर अच्छे - बुरे कार्य का फल तुम्हें यहीं भोगना है , इसलिए आप लोगों के हित के बारे में सोचें । ऐसे निर्णय से बचें
पत्रिका को दिए साक्षात्कार से उधृत , जनवरी 2015 -- इति !
🚩 ।। जय श्री कृष्ण ।।🚩
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