औघड़दानी भोले भण्डारी B102
🙏🌹 प्रत्येक मनुष्य को कर्म फल भोगना ही पड़ता है,
मृत्यु - उपरान्त भी - - - !🌹🙏
🌹प्रस्तुत है, परमपूज्य अघोरेश्वर महाप्रभु के मुखारविंद से 🌹
🔱🚩 शिव को संहार का देवता कहा गया है ।
अर्थात जब 🌼मनुष्य अपनी सभी मर्यादाओं को तोड़ने लगता है तो शिव उसका संहार कर देते हैं । 🌼
जिन्हें अपने पाप कर्मों का फल भोगना बचा रहता है वे ही प्रेत योनि को प्राप्त होते हैं । चूंकि शिव संहार के देवता हैं , इसलिए इनको दण्ड भी वही देते हैं । इसलिए शिव को भूत - प्रेतों का देवता भी कहा जाता है । दरअसल यह जो भूत - प्रेत है वह कुछ और नहीं बल्कि सूक्ष्म शरीर का प्रतीक है । भगवान शिव का यह संदेश है कि हर तरह के जीव जिससे सब घृणा करते हैं या भय करते हैं , वे भी शिव के समीप पहुँच सकते हैं , केवल शर्त है कि वे अपना सर्वस्व शिव को समर्पित कर दें ।
🌹औघड़दानी भोले भण्डारी के श्रीचरणों में कोटिश नमन🌹
🌺जय श्री कृष्ण🌺
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