अवधूत भगवान राम B66

 यह हाड़ माँस का देह गुरु नहीं है। गुरु वह पीठ है जिसके द्वारा व्यक्त किया हुआ विचार तुममे परिपक्वता का पूरक होगा। यदि तुम उसे पालन करते रहोगे, गुरुत्व को जानने मे सब प्रकार से समर्थ होओगे गुरू तुम्हारे विचार की परिपक्वता , निष्ठा की परिपक्वता , विश्वास की परिपक्वता है ! 

अवधूत की परिभाषा :

अ = अविनाशी

व = सर्वोत्तम 

धू = विधि-निषेध से परे

त = सत्-चित्- आनन्द

घृणा और विष के शमनकारक को अघोर कहते हैं । 

🌺परमपूज्य अघोरेश्वर महाप्रभु द्वारा -अघोर साधना के दुरूह पथ का वरण🌺

घोर तपस्या व निश्छल त्याग तथा पीडित मानवता की सेवा ने ही बालक भगवान को बनाया  🕉️ परमपूज्य अघोरेश्वर महाप्रभु भगवान राम ।🕉️

पूर्व के राज्य वंश से संबंधित भोजपुर,आरा बिहार के सामान्य किसान परिवार में सन 1937 में जन्मे बालक के अलौकिक क्रिया कलापों को देख माता पिता व परिवार वालों ने बालक का नाम भगवान रखा ।

🌼बाल्य अवस्था मे ही लोगों को बालक मे अलौकिक प्रतिभाओं का दर्शन होने लगा था कि तभी मात्र सात वर्ष की अल्प आयु मे ही बालक भगवान संसारिकता से विरक्त हो 

गये । और घर बार त्याग गंगा तथा सोन के तटों पर काशी,गया व जगन्नाथ पुरी व विन्ध्याचल के वनों, पर्वतों तथा श्मशानों में साधनारत विचरण करते रहे और फिर काशी में आकर अनादि काल से औघड अघोरेश्वर परम्परा के विख्यात संत अघोराचार्य महराज श्री कीनाराम पीठ पर दशवें पीठाधीश्वर बाबा राजेश्वर राम जी से अघोर दीक्षा प्राप्त कर भगवान राम कहलाये 🌼

🌷तप तपस्या व साधना के चरम स्थित को प्राप्त बालक भगवान राम का मानव समाज से प्रथम सम्पर्क सन् 1961में तब हुआ जब आपने कराहती मानवता के असह्य पीड़ा से द्रवित हो मानवता की सेवा का व्रत लेते हुए लोक मंगल कार्यों को निष्पादित करने हेतु 21सितम्बर सन 1961 को मडुआडीह आश्रम में श्री सर्वेश्वरी समूह नामक संस्था की स्थापना किया और इस संस्था के माध्यम से आप ने लाखों बेसहारा कुष्ठियों का इलाज, असहाय लड़कियों का विवाह , दलितों व उपेक्षितों की सेवा किया और समाज सेवा के लिए एक उन्नीस सूत्रिय कार्यक्रम दिया 🌷

🌿जो कि वर्तमान मे और भी आधुनिक व पारंपरिक रुप से आप के प्रिय शिष्य व आप के पीठाधीश्वर पुज्य बाबा औघड़ गुरुपद संभव राम महराज के दिशा निर्देशन मे बहुत ही तीव्र गति से चल रहा है ।

पहली बार औघड़ अघोरेश्वरों की परम्परा तथा अध्यात्म को सीधे समाज से जोड़ने का कार्य आपने किया । तथा विश्व भ्रमण कर दूसरे देशों मे भी अध्यात्म के क्षेत्र में भारत को बहुत सम्मान दिलाया ।🌿

                                       

           🙏🌺 अवधूत भगवान राम विश्व अघोर 🌺🙏  


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