श्राप का प्रभाव B44
श्राप का प्रभाव ईश्वर तक को सहना पड़ता है - माता गान्धारी द्वारा दिया गया श्राप भगवान श्रीकृष्ण को भी सहना पड़ा था ।अब बात करते हैं - महापंडित रावण कि, इनको भी श्राप मिला था। जिसके कारण रावण भी श्राप से अछूते नहीं रहे ।
महाज्ञानी रावण का श्राप के ही कारण सर्वनाश हो गया ।रघुवंश भगवान श्रीराम के पूर्वज थे । उनका नाम अनरण्य था , जब रावण विश्व विजय होने निकला तो राजा अनरण्य से युद्ध हुआ।युद्ध में अनरण्य की मृत्यु हो गई परन्तु मरने से पूर्व अनरण्य ने रावण को श्राप दे दिया की मेरे ही वंश में उत्त्पन्न व्यक्ति तेरी मृत्यु का कारण बनेगा ।भगवान श्रीराम ने इसी वंश में जन्म लेकर रावण का वध किया ।
दूसरी घटना है -महाज्ञानी रावण की सगी बहन सूर्पणखा के पति का नाम विद्युत जिव्ह था । वो कालकेय नाम के राजा का सेनापति था । रावण जब विश्व विजय होने निकला तो कालकेय से युद्ध हुआ , इस युद्ध में रावण ने विद्युत जिव्ह का वध कर दिया । तब सूपर्णखा ने मन ही मन अपने भाई रावण को श्राप दे दिया कि मेरे ही कारण तेरा सर्वनाश होगा । रामायण में हुआ भी यही सूर्पणखा ने रावण को भड़काकर युद्ध करा अपना बदला ले लिया ।
इसी कारण किसी का श्राप न ले अपना व्यवहार अच्छा रक्खें एवं सुखी जीवन व्यतीत करें ।
।। जय श्री कृष्ण ।। - प्रशान्त जे के शर्मा .
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