जड़ B21

आज वर्तमान में कमाने के लिए सभी लोग अपना घर गांव छोड़कर बाहर महानगर चले गए हैं । दादा ,परदादा , पिता ने गांव पर खेती , जमीन , जायदाद सब बनाया हैं । कमाने की धुन में सभी महानगरों में जाकर गांव को भूल रहे हैं परंतु समय - समय पर हम आप समय निकालकर गांव जाकर वहां की देखभाल करते हैं । सभी समाज के लोगों से , नात- रिश्तेदारों से मिलते है समाज के शादी समारोह , त्योहार , जीवन-मरण में सम्मलित होते हैं । इससे हम अपने गांव के जड़ से जुड़े रहते है। समाज में आने जाने से व्यक्ति के परिवार , खानदान को जाना जाता है । जब आप अपने बच्चों को समाज में सबसे मिलवाते है तो आपका परिवार गांव के जड़ से  जुड़ा रहता है एवं जाना जाता है । आज आपको महानगर में कितने लोग जानते है ? वहीं गांव में आपको आपके खानदान, परिवार, नात - रिश्तेदारों , समाज के लोगों से जाना जाता है । जब हम अपने गांव के लोगों के विवाह समारोह , जीवन मरण , त्योहार में आना जाना बंद कर दें तो धीरे धीरे सब समाप्त हो जाएगा। आपका जड़ आप का गांव है , यदि जड़ समाप्त तो वृक्ष समाप्त । आप अपने जड़ अपने गांव से जुड़े रहें । वही आपकी पहचान एवं शक्ति है ।
प्रशांत जे के शर्मा.
।। जय श्री कृष्ण ।।
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