सकारात्मक दृष्टिकोण B131
🌼🌿 एक कथानक ----- पूज्यश्री के श्रीमुख से ---------- !
🔱🌷 गुरू से शिष्य ने कहा: गुरूदेव !
एक व्यक्ति ने आश्रम के लिये गाय भेंट की है। गुरू ने कहा अच्छा हुआ । दूध पीने को मिलेगा।
एक सप्ताह बाद शिष्य ने आकर गुरू से कहा: गुरू ! जिस व्यक्ति ने गाय दी थी, आज वह अपनी गाय वापिस ले गया ।
गुरू ने कहा - अच्छा हुआ ! गोबर उठाने की झंझट से मुक्ति मिली ।
'परिस्थिति' बदले तो अपनी 'मनस्थिति' बदल लो , बस दुख सुख में बदल जायेगा...।
"सुख और दुख आख़िर दोनों मन के ही तो समीकरण हैं।
"अंधे को मंदिर आया देखलोग हँसकर बोले -"मंदिर में दर्शन के लिए आए तो हो , पर क्या भगवान को देख पाओगे ?
"अंधे ने कहा - " क्या फर्क पड़ता है , भगवान तो मुझे देख लेगा . .
🌷 " दृष्टि नहीं दृष्टिकोण सकारात्मक होना चाहिए " । 🌷
💖जय श्री कृष्ण💖
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