Shivaji Raje Ek Drishti Mai B129
"भाग्यशाली" छत्रपति शिवाजी महाराज एक दृष्टि में :-
घराना :- भोंसले ।
पिता :- शाहजी राजे भोंसले , जन्म - १५९४ ।
माता :- जीजाबाई , जन्म - १५९६ ।
पुत्र :- जन्म - शिवाजी महाराज जन्म - १९ फरवरी १६३० ( शिवनेरी किला ) ।
पुत्र :- एकोजी राजा ( शिवाजी महाराज के सौतेले भाई )
निधन शिवाजी महाराज :- ३ अप्रैल १६८० ( रायगढ़ किला ) ।
( सम्पूर्ण जीवन :- ५० वर्ष , १ माह , १५ दिवस )
राज्याभिषेक शिवाजी महाराज :- ६ जून १६७४ ।
१६७४ ई. प.भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी ।
शासनावधि शिवाजी महाराज :- १६७४ - १६८० ।
छत्रपति शिवाजी महाराज की श्री पत्नियों के नाम :-
१- सईंबाई निम्बालकर १६४० - १६५९ ।
२- सोयराबाई मोहिते १६८० ।
३- पुतळाबाईं पालकर १६५३ - १६८० ।
४- सगुणाबाई
५- काशीबाई
६- गुणवंताबाई
७- शकरवरबाई गायकवाड़ १६५६ - १६८० ।
८- लक्ष्मीबाई ।
छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र एवं पुत्रियां :-
पुत्र :- सम्भाजी महराज , माता ( सईंबाईं निम्बालकर )
पुत्र :- राजाराम महराज , माता ( सोयराबाई मोहिते )
पुत्री :- सखुबाई , माता ( सईंबाईं निम्बालकर )
पुत्री :- रुनुबाई , माता ( सईंबाईं निम्बालकर )
पुत्री :- अम्बिकाबाई , माता ( सईंबाईं निम्बालकर )
पुत्री :- दीपाबाईं , माता ( सोयराबाई मोहिते )
पुत्री :- कमलाबाई , माता ( सकवरबाई गायकवाड़ ) ।
शहाजीराजा के विशेष विश्वास पात्र व्यक्तियों में प्रमुखगण , राजा शहाजी भोंसले के पश्चात उनके पुत्र शिवाजी महाराज के साथ भी थें -
१-दादोजी कोंडदेव २- सोनोपन्त डबीर ३- माणकोजी दहतोंडे ४- कान्होजी जेधे ।
शिवाजी राजे के कुछ प्रमुख अश्वों के नाम :-
विश्वास
विजय ( शुभ्र रंग ) सफेद रंग का घोड़ा ।
मोती
घोड़ियों के नाम :-
सुलक्षणा ( काली घोड़ी )
तुरंगी
इंद्रायणी
गजरा
रणभेरी
कृष्णि
शिवाजी महाराज के पास साठ महत्वपूर्ण किलों का आधिपत्य था ।
शिवाजी महाराज के साथी व मराठा साम्राज्य के विश्वास पात्र भाग्यशाली गण :-
१- मोरोपंत पिंगले ( प्रधानमंत्री )*
२- आबाजी महादेव
३- आबाजी सोनदेव
४- अब्दुल कादिल
५- अन्नाजी दत्तो
६- आनंद रॉव
७- अन्नाजी पंत ( प्रधानमंत्री )*
८- अप्पा रामोशी
९- आत्रे
१०- बाबाजी ढ़मरे
११- बाघोजी तुपे
१२- बहिर्जी नाईक ( गुप्तचर )*
१३- बहिर्जी फ़र्जन्द
१४- बाजी पासलकर ( सूबेदार )*
१५- तानाजी मालुसरे ( सूबेदार )*
१६- मुरारबाजी देशपांडे ( सूबेदार )*
१७- वीर बाजीप्रभु देशपांडे ( सूबेदार )*
१८- कुड़तोजी गुजर उर्फ़ प्रतापराव ( सरनोंबत )* सूबेदार।
१९- बालाजी आवजी
२०- बालाजी ढमढेरे ( अंगरक्षक )*
२१- येसाजी कंक ( सूबेदार )*
२२- बालाजी कंक
२३- भैरोजी चोर
२४- भिकाजी चोर
२५- भीमाजी बाघ
२६- भीमाजी लुहार ( शस्त्रागार )
२७- चिमनाजी
२८- दादाजी कृष्ण
२९- दादाजी नर्सप्रभु गुप्ते
३०- दादाजी रांज़ेकर
३१- दादोजी कोंडदेव
३२- धनाजी रॉव जाधव
३३- दौलत खान ( नौसेनाध्यक्ष )*
३४- गणाजी
३५- गंगाधर पंत ( प्रधानमंत्री )*
३६- गंगाजी
३७- गोधाजी जगताप
३८- गोपीनाथ
३९- गोविंद प्रभू
४०- हम्बीर रॉव मोहिते ( सूबेदार )*
४१- हीरोजी हिंगले
४२- हीरोजी इतलकर
४३- हीरोजी फ़र्जन्द
४४- इब्राहिम खान
४५- जनार्दन नारायण ( सचिव )
४६- जीवा माहला *
४७- जियाकर
४८- काजी हैदर( सचिव )
४९- कान्होजी जेधे *
५०- कर्माजी
५१- कवि कलश *
५२- कावजी मल्हार *
५३- कोढ़ाजी फ़र्जन्द *
५४- कौंधालकर
५५- कृष्णा जोशी
५६- कृष्णाजी बाबाजी
५७- कृष्णाजी भास्कर
५८- कृष्णाजी ज्योतिबा
५९- कृष्णाजी नाईक
६०- मानाजी
६१- मयंक भण्डारी ( खंडेरी द्वीप सेनाधिकारी )
६२- मदारी मेहतर
६३- महादेव *
६४- महादिक
६५- महियाजी शिंदे
६६- मल्हारी कोरडे
६७- मम्बाजी नाईक
६८- मानाजी मोरे
६९- मानकु ( गुप्तचर )*
७०- मानकोजी धाडोण्डेय
७१- मानोजी फ़र्जन्द
७२- मोत्याजी खलेकर
७३- मुंशी नील प्रभु ( फ़ारसी भाषा के पंडित )
७४- नागोजी जेधे
७५- नागोजी फ़र्जन्द
७६- नेताजी पालकर ( सेनापति, सूबेदार )*
७७- निलो सोमदेव
७८- निलोजी पंत
७९- निलोसोनदेव ( मजूमदार )
८०- निराजी पंत रॉवजी सबनीस
८१- निष्चलपुरी ( तांत्रिक साधु )*
८२- पान सम्भल
८३- पांढरे
८४- पंताजी गोपीनाथ
८५- फिरंगोजी नरसाला ( सूबेदार )*
८६- पिलाजीरॉव
८७- पोल घाटे
८८- प्रहलाद पंत ( सचिव )
८९- रघुनाथ भल्लाल कोरडे
९०- रघुनाथ पंत हनमंते
९१- राहुजी सोमनाथ
९२- रामचन्द्र पंत नाईक
९३- रामजी पंगेरा
९४- रामरॉव प्रभु
९५- रॉवजी सोमनाथ
९६- रायाजी भोंसले
९७- रूपाजी भोंसले
९८- रूपाजी पंगेरा
९९- सखो कृष्णा लोहोकरे
१००- सखुजी रॉव
१०१- सम्भाजी काटे
१०२- सम्भाजी कावजी*
१०३- संताजी राजे घोरपड़े (सेनापति )*
१०४- सरदार बंडल
१०५- सरदार जाधव
१०६- सरदार खराटे
१०७- सर्जेरॉव जेधे
१०८- सावजी कोली
१०९- सामरॉव नीलखंठ
११०- शिवराम शास्त्री
१११- शिवाजी इंग्ले
११२- श्री पत्जरोव
११३- सिध्दि हिल्लाल
११४- सिधोजी पवार
११५- सिलिमकर
११६- सोमाजी बंकी ( रायगढ़ )किलेदार*
११७- सोमाजी नाईक (अंगरक्षक )*
११८- सोमनाथ रॉवजी ( पंडित )
११९- सोनाजी पंत
१२०- सोनदेव डबीर
१२१- सूर्याजी मालसुरे* ( तानाजी मालसुरे के छोटे भाई )*
१२२- सुभानजी मोहिते
१२३- सूर्य रॉव काकड़े
१२४- तेलंग रॉव
१२५- त्र्यम्बक पंत भास्कर
१२६- विठ्ठल पिलदेव
१२७- विश्वास रॉव ( गुप्तचर )*
१२८- विसो बिल्लाल
१२९- विठोजी मानके
१३०- व्यंकोजी पंत
१३१- धनाजी जाधव ( उप- सेनापति )*
ये कुछ लोगों के नाम हैं , जो छत्रपति शिवाजी महाराज के व मराठा साम्राज्य के विश्वास पात्र भाग्यशाली गण थें ।
🌹 जय श्री कृष्ण🌹 🚩 जय शिवाजी राजे 🚩
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